हेल्थलाइन के मुताबिक रोज अगर अंजीर का सेवन पानी में भिगोकर करें तो पाचन दुरुस्त रहता है।
अंजीर एक ऐसा फल है जिसका सेवन सुखाकर और ड्राई दोनों तरह से किया जाता है। अंजीर (Fig) न केवल स्वाद में मीठा होता है, बल्कि यह पोषक तत्वों से भरपूर एक औषधीय फल भी है। इसे ताज़ा और सूखा दोनों तरह से खाने पर सेहत को फायदा होता है। 2-3 सूखे अंजीर रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं तो बॉडी में कई तरह के चमत्कार महसूस करेंगे। अंजीर में मौजूद हर एक पोषक तत्व हमारी बॉडी के अलग-अलग हिस्से को पोषण देता है। अंजीर में मौजूद कैल्शियम की बात करें तो ये हड्डियों को मजबूत बनाता है।
इसमें मौजूद आयरन खून की कमी को पूरा करता है,फाइबर पाचन में सुधार करता है और कब्ज दूर करता है। इसमें मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर अंजीर का सेवन करने से स्किन हेल्दी रहती है और कोशिकाओं का फ्री रेडिकल्स से बचाव होता हैं।
हेल्थलाइन के मुताबिक रोज अगर अंजीर का सेवन पानी में भिगोकर करें तो पाचन दुरुस्त रहता है। फाइबर से भरपूर अंजीर पेट को देर तक भरा रखता है और भूख कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और वेट लॉस जर्नी आसान होती है। medicinenet के मुताबिक अंजीर खाने से सेक्सुअल डिसफंक्शन,कब्ज़,अपच,डायबिटीज, ब्रोंकाइटिस, दमा, दिल की बीमारी, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। आइए जानते हैं कि रोज सुबह खाली पेट 2 अंजीर को पानी में भिगोकर खाने से कैसे कब्ज दूर होता है, शुगर कंट्रोल रहता है और वजन घटाना आसान होता है।
दो भिगी हुई अंजीर कब्ज का हैं तोड़
अंजीर में प्रचुर मात्रा में डाइटरी फाइबर पाया जाता है जो पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है। अंजीर को रातभर पानी में भिगोने से उसे पचाने में आसानी हो जाती हैं और सुबह खाली पेट इन्हें खाने से मल त्याग में सुधार होता है और कब्ज की समस्या नहीं होती। अंजीर में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को साफ करता है और इसे सुचारु रूप से काम करने में मदद करता है। इसका सेवन करने से ब्लोटिंग कंट्रोल रहती है और गैस से निजात मिलती है।
अंजीर करता है ब्लड प्रेशर नॉर्मल
क्या आप जानते हैं कि अंजीर BP कंट्रोल करने में भी मदद करता है। अंजीर में पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो दिल के लिए बेहद फायदेमंद है। भीगे हुए अंजीर खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और धमनियों में जमा होने वाली चर्बी को कम करते हैं। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है और हार्ट अटैक व स्ट्रोक जैसी दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी घट जाता है।