लग्जरी SUV की दुनिया में मर्सिडीज-बेंज G-क्लास (Mercedes-Benz G-Class) एक ऐसा नाम है, जो रॉयल्टी, दमदार परफॉर्मेंस और बेहतरीन ऑफ-रोडिंग का पर्याय बन चुका है। अब यह आइकॉनिक SUV एक नया इतिहास रच चुकी है। कंपनी ने ऑस्ट्रिया (Austria) के ग्रैज (Graz) प्लांट में 6 लाखवीं G-क्लास यूनिट बना डाली है और दिलचस्प बात यह है कि यह माइलस्टोन नई इलेक्ट्रिक G 580 EQ टेक्नोलॉजी मॉडल के साथ पूरा हुआ है। आइए इसकी खासियत जानते हैं।
1979 से लेकर अब तक का शानदार सफर
1979 में लॉन्च हुई G-क्लास ने 40 सालों से ज्यादा का सफर तय किया है। इतने सालों में डिजाइन में थोड़े बदलाव जरूर हुए, लेकिन इसका आइकॉनिक लुक, गोल हेडलैम्प्स, चौकोर बॉडी और रियर माउंटेड स्पेयर व्हील आज भी बरकरार है। इसका मतलब है कि G-Class ने मॉडर्न टेक्नोलॉजी को अपनाते हुए अपनी रेट्रो आत्मा को जिंदा रखा है।
अब G-Class भी बनी EV
कंपनी ने 6 लाखवीं यूनिट का प्रोडक्शन G 580 EQ टेक्नोलॉजी मॉडल के साथ पूरा किया है, जो पूरी तरह इलेक्ट्रिक SUV है। यह ना सिर्फ जीरो टेलपाइप एमिशन देती है, बल्कि इसका लुक भी वही रेगुलर G-Class वाला है। यानी ट्रेडिशन और इनोवेशन का परफेक्ट मेल है।
20,000 से ज्यादा पेंट ऑप्शन
मर्सिडीज-बेंज (Mercedes-Benz) ने 2019 में मैन्युफैक्चरिंग कस्टमाइजेशन प्रोग्राम (MANUFAKTUR Customisation Program) पेश किया था, जिसके जरिए कस्टमर्स अपनी G-Class को एकदम यूनिक बना सकते हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि 90% से ज्यादा G-क्लास खरीदार कम से कम एक कस्टम फीचर चुनते हैं। 2024 से अब तक 20,000 से ज्यादा पेंट ऑप्शन ऑफर किए जा चुके हैं। यह SUV अब सिर्फ एक गाड़ी नहीं, बल्कि एक स्टेटस सिंबल बन चुकी है।
ऑफ-रोडिंग का बेताज बादशाह
G-क्लास को इसकी ऑफ-रोड कैपेबिलिटी के लिए ही जाना जाता है। चाहे पुराना मॉडल हो या नया G 580 EQ, इसमें ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम मिलता है।
G-Class का सफर जारी
Mercedes-Benz ने 1979 में जो शुरुआत की थी, वो अब इलेक्ट्रिक युग में एक नई ऊंचाई पर पहुंच रही है। G-Class अब न सिर्फ़ एक SUV है, बल्कि एक लग्जरी आइकन, एक लाइफस्टाइल स्टेटमेंट और अब एक इलेक्ट्रिक विजन भी बन चुकी है।