संसद के शीतकालीन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बिहार के नतीजों का जिक्र किया। साथ ही कहा कि कई दल पराजय के कारण परेशान हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकले। सोमवार से शुरू हो रहे सत्र के दौरान मना जा रहा है कि सरकार 14 विधेयक पेश कर सकती है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘साथियों, यह सत्र संसद देश के लिए क्या सोच रही है, क्या करना चाहती है, क्या करने वाली है। इन मुद्दों पर केंद्रित होनी चाहिए। विपक्ष भी अपना दायित्व निभाए। चर्चा में ऐसे मुद्दे उठाए। पराजय की निराशा में से निकल कर बाहर आए। दुर्भाग्य दुर्भाग्य है कि कुछ दल तो ऐसे हैं कि वे पराजय को ही नहीं पचा पाते। एक दो दल तो ऐसे हैं कि पराजय नहीं पचा पाते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे तो लग रहा था कि बिहार के नतीजों को इतने दिन हो गए कि अब सुधर गए होंगे, लेकिन कल जो बयानबाजी सुन रहा हूं उनकी, तो लगता है कि पराजय ने उनको परेशान करके रखा है। मेरा सभी दलों से आग्रह है कि शीतकालीन सत्र में पराजय की बौखलाहट का मैदान नहीं बनना चाहिए। और यह शीतकालीन सत्र विजय के अहंकार में भी परिवर्तित नहीं होना चाहिए।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘बहुत ही संतुलित तरीके से, जिम्मेदारी के साथ, जन प्रतिनिधि के रूप में देश की जनता ने जो दायित्व दिया है। उसे संभालते हुए आगे की सोचें, जो है उसे अच्छा कैसे कर सकें। बुरा है तो सही टिप्पणी कैसे कर सकें, ताकि देश के नागरिकों का ज्ञान वर्धन हो।’
SIR का मुद्दा बढ़ा सकता है पारा
खबर है कि विपक्ष ने विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR पर चर्चा का मुद्दा उठाने जा रही है। पहले ही इस मुद्दे को लेकर जमकर सियासी तनाव जारी है। खबर है कि बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की प्रचंड जीत से उत्साहित केंद्र सरकार इस सत्र में 14 विधेयक पेश कर सकती है।