दिवाली का त्योहार धार्मिक रूप से भी बहुत पवित्र होता है। कहते हैं रावण का अंत कर, 14 बरस के वनवास के बाद जब प्रभु श्री राम अयोध्या लौटे, तो अयोध्यावासियों से पूरी नगरी को दुल्हन की तरह सजा दिया। प्रभु के स्वागत में दीए जले, आतिशबाजियों हुईं, जो आज भी देखने को मिलते हैं। इस दिन लक्ष्मी-गणेश के अलावा भगवान श्री राम की भी पूजा की जाती है। यही वजह है कि कई लोग भगवान राम के मंदिर जा कर दिवाली पूजन करते हैं। अगर आप भी इस दिवाली प्रभु राम के मंदिर जाना चाहते हैं, तो यहां हम आपको उनके कुछ प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बता रहे हैं।

अयोध्या का राम मंदिर
दिवाली हो और भी अयोध्या के राम मंदिर में, इससे बड़े सौभाग्य की बात हो नहीं सकती। श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या, जहां पहली बार दिवाली मनाई गई होगी; वहां की दिवाली का नजारा कुछ खास ही होता है। यहां हर दिवाली लाखों भक्तों की भीड़ जुटती है, लेकिन कहते हैं ना कि इस भीड़ में भी सुकून है। ऐसे में इस दिवाली को खास बनाना चाहते हैं, श्री राम की जन्मभूमि हो आइए।
राम राजा मंदिर, मध्य प्रदेश
भारत का एकमात्र मंदिर जहां श्री राम को भगवान के रूप में नहीं, बल्कि एक राजा के रूप में पूजा जाता है। कहते हैं यहां मूर्ति को कहीं और रखा जाना था लेकिन एक बार मूर्ति जहां रख गई, वहां से दोबारा हिलाने की हिम्मत किसी में नहीं हुई। एक भव्य किले के रूप में बने इस मंदिर में, हर दिन गार्ड ऑफ ऑनर किया जाता है और राजा राम को शस्त्र की सलामी दी जाती है।
नासिक में स्थित कलाराम मंदिर
नासिक, महाराष्ट्र के पंचवटी में स्थित है कलाराम मंदिर। कहते हैं जब श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ वनवास पर गए थे, तब दसवें वर्ष बाद वो पंचवटी में गोदावरी के किनारे रहने आए थे। मंदिर के निर्माण की कहानी बड़ी दिलचस्प है। कहते हैं सरदार रंगारू ओधेकर ने सपना देखा कि प्रभु श्री राम की एक काली मूर्ति गोदावरी नदी में है। फिर मूर्ति निकाली गई, जिसके बाद मंदिर का नाम ‘कलाराम’ रखा गया।
रामास्वामी मंदिर, तमिलनाडु
तमिलनाडु में स्थित रामास्वामी मंदिर इतना खास है कि इसे ‘दक्षिण भारत की अयोध्या’ भी कहा जाता है। मंदिर इतना भव्य है कि यहां का वातावरण ही आपका मन मोह लेगा। यहां श्री राम, मात्रा सीता और लक्ष्मण जी की मूर्ति के साथ-साथ भरत और शत्रुघ्न जी की मूर्तियां भी विराजमान हैं। दक्षिण भारत की दिवाली देखना चाहते हैं, तो रामास्वामी मंदिर हो आएं।
त्रिप्रायर मंदिर, केरला
केरल के त्रिशूर जिले में स्थित है भगवान राम का बहुत ही सुंदर मंदिर। ये मंदिर इसलिए भी इतना खास है क्योंकि मान्यता है कि यहां श्रीराम की मूर्ति को स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने स्थापित किया था। यहां दूर-दूर से लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। कहा जाता है कि यहां आने वाले भक्तों को बुरी आत्मा और नजर दोष से मुक्ति मिलती है।