इनमें से 1,645 युवाओं को विदेश (यूएई) में और 14,567 युवाओं को देश की विभिन्न कंपनियों में नौकरी का अवसर मिला। तीन दिन तक चले इस महाकुंभ में 50 हजार से अधिक युवाओं ने पंजीकरण कराया, जिनमें से पहले चरण में चयनित युवाओं को आन-द-स्पाट जॉब ऑफर लेटर प्रदान किए गए। आयोजन में उमड़ा युवाओं का उत्साह देखते ही बना।
महाकुंभ में सबसे अधिक अवसर ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में देखने को मिले। वहीं, रिटेल, प्लास्टिक, पॉलीमर और केमिकल इंडस्ट्रीज से जुड़ी कंपनियों को अपेक्षित उम्मीदवार नहीं मिल पाए।
कंपनियों ने उन युवाओं को भी मौका दिया, जिन्होंने अभी तक इंडस्ट्री-आधारित ट्रेनिंग नहीं ली थी। चयनित युवाओं को देश के अंदर की कंपनियों ने 2.3 लाख से 6.9 लाख रुपये वार्षिक और दुबई की कंपनियों ने 2.2 लाख से 6 लाख रुपये वार्षिक का ऑफर दिया है।
समापन समारोह में मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने कहा कि सरकार का संकल्प है कि हर युवा को रोजगार मिले और प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत बने। उन्होंने चयनित युवाओं से अपील की कि वे मेहनत और ईमानदारी से काम करें और अपने प्रदेश का नाम रोशन करें।
साथ ही मोबाइल का सीमित उपयोग करने और अधिक से अधिक पुस्तकें पढ़ने की सलाह दी। मुख्यमंत्री के सलाहकार केवी राजू ने सुझाव दिया कि इस तरह के आयोजन सभी जिलों में होने चाहिए, ताकि स्थानीय स्तर पर युवाओं को सीधा लाभ मिल सके।
श्रम व सेवायोजन के प्रमुख सचिव एमकेएस सुंदरम ने कहा कि आने वाले समय में यह अभियान प्रदेश के विभिन्न जिलों तक पहुंचेगा और महिलाओं की भी इसमें सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
कक्षा आठ से आगे की शिक्षा प्राप्त करने वाले युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी उपलब्ध कराई जाएगी। अगले वर्ष मार्च तक तीन से चार चरणों में रोजगार महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा।