उत्तर प्रदेश सरकार ने बलिया में एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर स्थानीय प्रशासन से प्री फ़िजिबिलिटी रिपोर्ट मांगी है। बलिया की रसड़ा विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के विधायक उमाशंकर सिंह के प्रस्ताव पर सरकार ने यह निर्देश जारी किया है।
बसपा विधायक ने बलिया की जरूरत को ध्यान में रखते हुए सरकार से एयरपोर्ट बनाने का आग्रह किया है। दरअसल बलिया में घाघरा, तमसा और गंगा नदी बहती हैं । बारिश की वजह से अक्सर जिले की नदियां उफान पर आ जाती हैं जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो जाते हैं। वाराणसी, आजमगढ़, ग़ाज़ीपुर और गोरखपुर में हवाई अड्डे की सुविधा होने के बावजूद इस जिले के लोगों के लिए डायरेक्ट फ्लाइट की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
विधायक उमाशंकर सिंह ने अपने प्रस्ताव में बलिया-लखनऊ मार्ग पर हवाई अड्डा निर्माण करने की मांग की है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि इस मार्ग पर जमीन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। बसपा विधायक की तरफ़ यह प्रस्ताव सरकार के पास ऐसे समय में आया है जब ओएनजीसी गंगा के किनारे बसे सागरपाली गांव के पास हाइड्रोकार्बन प्रोजेक्ट लगाने की तैयारी में जुटी है। इसे लेकर बसपा विधायक उमाशंकर सिंह का कहना है, “बलिया की जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। यहां पिछले कुछ सालों में तेज़ी से विकास हुआ है। एयरपोर्ट बनने से यहां की इकोनॉमी में सुधार होगा और रोजगार भी पैदा होंगे। लोगों के बाहर जाने के लिए बेहतर कनेक्टिविटी भी मिलेगी।”
उमाशंकर सिंह के इस आग्रह के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सिविल एवियेशन विभाग को निर्देश दिया है कि वह नेशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के साथ मिलकर इस प्रस्ताव पर प्री फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को प्रस्तुत करें। गौरतलब है कि फिलहाल बलिया के लोगों को गाजीपुर, आजमगढ़, बनारस, गोरखपुर या कुशीनगर जिलों से हवाई सेवा उपलब्ध हो पाती है। एयरपोर्ट के निर्माण हो जाने के बाद यहां के लोगों को काफी राहत मिलेगी।