UPSC Safin Hasan Success Story: देश में कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो ना सिर्फ दिल को छू जाती हैं, बल्कि इंसान को हौसले की नई परिभाषा भी सिखा जाती हैं। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है सफीन हसन की है जो एक मजदूर परिवार से निकलकर भारत के सबसे नौजवान IPS अफसर बनने वाले शख्स बने।
साफ दिल, सच्चा इरादा और बुलंद हौसले के साथ सफीन हसन ने UPSC जैसी कठिन परीक्षा को पास कर दिखाया। वो साल 1995 में गुजरात के पालनपुर में पैदा हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके माता-पिता हीरा उद्योग में काम करते थे, लेकिन 2000 में दोनों की नौकरियां चली गईं। इसके बाद उनकी मां दूसरों के घरों में खाना बनाने लगीं और पिता ईंटें ढोकर परिवार का पेट पालते थे। शाम को दोनों उबले अंडे का ठेला लगाते थे।
सफीन हसन को था अफसर बनने का जुनून
इन हालातों के बावजूद सफीन का सपना बड़ा था। जब एक कलेक्टर उनके स्कूल आए थे, तभी उनके दिल में IAS बनने की लौ जल चुकी थी। स्कूल ने 11वीं और 12वीं में उनकी फीस माफ कर दी थी। आगे की पढ़ाई के लिए रिश्तेदारों ने उनका साथ दिया और उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया।
परीक्षा के वक्त ही हुआ एक्सीडेंट
लेकिन किस्मत ने एक और इम्तिहान लिया। 2017 में UPSC परीक्षा देने जाते वक्त उनका गंभीर एक्सीडेंट हो गया। घायल हालत में ही उन्होंने परीक्षा दी, फिर अस्पताल में कई सर्जरी और फिजियोथेरेपी झेली। मगर हिम्मत नहीं हारी। और आखिरकार मेहनत रंग लाई। सफीन ने UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 570 हासिल की और 22 साल की उम्र में IPS बन गए। आज सफीन हसन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने साबित कर दिया कि हालात कितने भी कठिन हों अगर इरादे नेक हों और जुनून सच्चा हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं।