उत्तर प्रदेश के मानसून सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पूजा पाल ने तारीफ क्या कि उन्हें समाजवादी पार्टी ने पार्टी से निष्कासित कर दिया. उन्होंने सदन में योगी आदित्यनाथ की अतीक अहमद पर कार्रवाई की तारीफ की थी, जिसके बाद यह कदम उठाया गया. समाजवादी पार्टी इसे अनुशासनहीनता बता रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी इसे पिछड़े वर्ग की महिला का अपमान कह रही है.
पूजा पाल से खास बातचीत की है.
सवाल: पूजा पाल, हाल ही में विधानसभा सत्र में आपकी स्थिति को लेकर काफी चर्चा हुई. क्या आप बता सकती हैं कि समाजवादी पार्टी ने आपको क्यों निष्कासित किया?
जवाब: सच तो ये है कि मैंने सदन में जो सच कहा, बस वही कहा. मैं अपने क्षेत्र का विकास करती हूं और अपराध पर बोलना चाहती थी. मैंने अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ अपनी बात रखी, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीति और न्याय पर उनके कदम की सराहना की. शायद यही कुछ लोगों को पसंद नहीं आया, इसलिए मुझे निष्कासित किया गया.
प्रश्न: क्या आपको लगता है कि अतीक अहमद का नाम लेने के कारण आपको यह सजा मिली?
उत्तर: हां, मुझे ऐसा लगता है. अतीक अहमद के खिलाफ मैंने अपने अनुभव साझा किए और उनके अपराधों का जिक्र किया. मैंने अपने पति की हत्या और अन्य पीड़ित परिवारों की तकलीफों के बारे में बताया. समाजवादी पार्टी के कुछ लोगों को यह पसंद नहीं आया.
प्रश्न: जब आपको टिकट मिला और विधायक बनीं, तो पार्टी में आपको किस तरह का समर्थन मिला?
उत्तर: मैं अखिलेश यादव के विचारों से जुड़ी थी और माफियाओं के खिलाफ उनकी सोच को समर्थन देने आई थी. चुनाव जीतने के बाद भी, मुझे समाजवादी पार्टी से लगातार दबाव और असहमति का सामना करना पड़ा.
प्रश्न: आप सदन में बोलते समय किस दृष्टिकोण से बोल रही थीं?
उत्तर: मैंने केवल न्याय और अपराध पर बात की. मैंने यह दिखाया कि पिछड़े, दलित और अति पिछड़े समाज के लोगों को सुरक्षा और न्याय मिले. मैंने अपने समाज और परिवार के दर्द की आवाज़ उठाई.
प्रश्न: क्या आप मानती हैं कि समाजवादी पार्टी में महिलाओं का सम्मान नहीं किया गया?
उत्तर: हां, मेरे निष्कासन के बाद यह स्पष्ट हो गया. मैंने केवल सच कहा और अपराध पर बात की. इसके बावजूद मुझे दंडित किया गया.
प्रश्न: अब आगे का आपका राजनीतिक कदम क्या होगा?
उत्तर: अभी मैं किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं हुई हूं. मैं अपने पाल समाज और पिछड़े समाज के लोगों के साथ खड़ी हूँ और उनके हितों के लिए काम करूंगी.
प्रश्न: क्या आपको लगता है कि बीजेपी की सरकार में आपके समाज को न्याय मिला?
उत्तर: हां, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की सरकार ने अपराधियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की. मेरे परिवार और समाज को न्याय मिला, और यही वजह है कि मैं उनके नेतृत्व को समर्थन देती हूं.
प्रश्न: क्या आपको लगता है कि समाजवादी पार्टी आपके साथ अन्याय कर रही थी?
उत्तर: हां, मेरे अनुभव और निष्कासन ने यह साफ़ कर दिया. मैंने वोट अपने समाज और न्याय के लिए दिया था, लेकिन पार्टी ने मेरी बात को नजरअंदाज किया.
प्रश्न: क्या आप 2027 के चुनाव में बीजेपी से जुड़ेंगी?
उत्तर: अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है. मैं अपने समाज और क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देती हूं.
प्रश्न: क्या आप मानती हैं कि बीजेपी की सरकार का विज़न 2047 तक प्रभावशाली है?
उत्तर: हां, यह पहली ऐसी सरकार है जो इतनी दूरदर्शिता के साथ नीतियां बनाती है. ये सरकार गरीबों, दलितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों के हक की लड़ाई लड़ती है.
प्रश्न: क्या आप समाजवादी पार्टी की अन्य क्रॉस वोटिंग और निष्कासन को लेकर कुछ कहना चाहेंगी?
उत्तर: मैं दूसरों के बारे में नहीं कह सकती, लेकिन मेरा निर्णय हमेशा स्पष्ट रहा कि मैं न्याय और अपराध के पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी रहूंगी.
प्रश्न: आपके पति की हत्या और उसके बाद का अनुभव आपको कैसे प्रभावित किया?
उत्तर: मेरे पति की हत्या ने मेरे जीवन को बदल दिया. 9 दिन की शादी के बाद यह घटना हुई और उनकी लाश तक नहीं मिली. यही पीड़ा मुझे सदन में बोलने के लिए प्रेरित करती है.
प्रश्न: समाजवादी पार्टी में महिलाओं के सम्मान और न्याय को लेकर आपका संदेश क्या है?
उत्तर: मुझे लगता है कि महिलाओं और पीड़ितों के अधिकारों का सम्मान होना चाहिए. केवल अपराधियों के परिवार की पीड़ा को नहीं देखा जाना चाहिए.
प्रश्न: आपके क्षेत्र और समाज के लिए आपकी प्राथमिकताएं क्या हैं?
उत्तर: मैं अपने पाल समाज और पिछड़े समाज के लोगों के साथ खड़ी रहूंगी. उनके दुख, तकलीफ और संघर्ष में हमेशा उनके साथ रहूंगी.