MBBS Seats for Terror Victims’ Families: आतंकवाद की मार झेल चुके परिवारों के लिए केंद्र सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। गृह मंत्रालय ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए सेंट्रल पूल से एमबीबीएस सीटें आवंटित करने का ऐलान किया है। यह सीटें खासतौर पर आतंकवाद के शिकार नागरिकों के जीवनसाथी और बच्चों के लिए सुरक्षित की गई हैं। इस बार कुल चार सीटें उपलब्ध कराई गईं हैं।
किन मेडिकल कॉलेजों में रिजर्व हैं सीटें
ए.एन. मगध मेडिकल कॉलेज, गया (बिहार) – 1 सीट
ग्रांट मेडिकल कॉलेज, मुंबई (महाराष्ट्र) – 1 सीट
पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, रायपुर (छत्तीसगढ़) – 2 सीटें
कौन कर सकता है आवेदन?
- भारतीय नागरिक होना अनिवार्य।
- आतंकवाद में मारे गए या स्थायी रूप से दिव्यांग बने नागरिक पीड़ितों के बच्चे या जीवनसाथी ही पात्र।
- 17 वर्ष की आयु 31 दिसंबर 2025 तक पूरी होनी चाहिए।
- NEET UG 2025 में क्वालिफाई होना जरूरी।
- अनारक्षित और ईडब्ल्यूएस: 50वां परसेंटाइल
- एससी/एसटी/ओबीसी: 40वां परसेंटाइल
- दिव्यांगजन (अनारक्षित/ईडब्ल्यूएस): 45वां परसेंटाइल
चयन में प्राथमिकता
ऐसे बच्चे जिनके दोनों माता-पिता आतंकवाद में शहीद हुए हों।
ऐसे बच्चे जिनका एकमात्र कमाने वाला सदस्य मारा गया हो।
स्थायी दिव्यांग या गंभीर रूप से घायल पीड़ितों के वार्ड्स।
क्या है आवेदन की अंतिम तारीख
राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया गया है कि वे पात्र उम्मीदवारों के आवेदन 31 अगस्त 2025 तक गृह मंत्रालय, नई दिल्ली भेज दें। साथ ही दस्तावेजों की स्कैन कॉपी ईमेल से भी भेजनी होगी।