बिहार विधानसभा चुनाव में हार और संगठन की मजबूती पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने सोमवार को जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई है। पार्टी इनसे चुनाव में खराब प्रदर्शन पर फीडबैक लेगी। संगठन को मजबूत करने और 14 दिसंबर को प्रस्तावित दिल्ली रैली में भीड़ जुटाने का टास्क सौंपेगी। प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम इसकी अध्यक्षता करेंगे। प्रभारी कृष्णा अल्लावरु के रहने की भी संभवना है। आज की बैठक में पार्टी के विधायक दल के नेता का भी चुनाव होना है। कई नामों पर चर्चा चल रही है।
बैठक सदाकत आश्रम में ग्यारह बजे शुरू होगी। इसमें जिलाध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष, फ्रंटल संगठनों के प्रमुखों सहित सभी श्रेणी के नेताओं को बुलाया गया है। पार्टी के वरीय नेता इनसे चर्चा कर हार के कारणों की पड़ताल करेंगे। जिलों से मिलने वाली रिपोर्ट कर पार्टी अपनी कमजोरियों को चिह्नित करेगी। उसके बाद संगठन को मजबूत करने का काम शुरू होगा।
दरअसल, विधानसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी अपना वजूद बढ़ाना चाह रही है। दिल्ली में राष्ट्रीय नेतृत्व से संगठन विस्तार की हरी झंडी मिलने के बाद इस बैठक को अहम माना जा रहा है। बैठक में पुराने कैडर को सक्रिय करने पर जोर दिया जाएगा। पार्टी नेतृत्व अब राजद के पिछलग्गू की छवि को खत्म करना चाह रही है। इस पर भी राय ली जाएगी। गठबंधन में रहते पार्टी को मिले लाभ या नुकसान की रिपोर्ट ली जाएगी।
कांग्रेस अभी तक विधायक दल नेता का नाम तय नहीं कर पाई है। सोमवार को इस पर भी चर्चा होगी। प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु दिल्ली की हरी झंडी के बाद इस नाम की घोषणा करेंगे। बता दें कि पार्टी के छह विधायक चुनाव जीत कर आए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार विधायक दल नेता के रूप में अररिया विधायक अबिदुर रहमान का नाम सबसे आगे चल रहा है।