यूपी के श्रावस्ती में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों की संख्या बढ़ती जा रही है। फर्जीवाड़ा कर शिक्षक की नौकरी हथियाने वाले एक-एक करके पकड़े जा रहे हैं। अब तक जिले में फर्जी अभिलेखों से शिक्षक की नौकरी करने वाले 72 जालसाजों पर कार्रवाई विभाग कर चुका है। जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में लगातार फर्जीवाड़े के मामले उजागर हो रहे हैं। किसी ने फर्जी टीईटी तो किसी ने फर्जी शैक्षिक अभिलेख के सहारे शिक्षक की नौकरी प्राप्त की। लेकिन जब पारदर्शी तरीके से जांच शुरू हुई तो एक के बाद एक फर्जीवाड़े के मामले सामने आने लगे।
बुधवार को एक बार फिर जिले के परिषदीय स्कूलों में जालसाजी कर शिक्षक की नौकरी कर रहे आधा दर्जन शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया। इसी वर्ष के जून महीने में जमुनहा व हरिहरपुररानी आदि क्षेत्र के अलग अलग स्कूलों में फर्जी अभिलेख से शिक्षक की नौकरी कर रहे 13 जालसाजों को पकड़ा गया था। जिन्हें बीएसए ने बर्खास्त कर दिया था। इसके साथ ही संबंधित क्षेत्र के बीईओ की ओर से पकड़े गए जालसाजों के विरुद्ध थानों में मामला दर्ज कराया गया था।
बुधवार को पकड़े गए आधा दर्जन जालसाजों के बाद अब तक जिले में 72 फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई हो चुकी है। जिनके विरुद्ध थानों में मामला दर्ज कराया जा चुका है। 72 में से करीब 18 जालसाजों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस को अभी भी 54 जालसाजों की तलाश है। अभी भी कई और शिक्षकों के अभिलेख संदिग्ध हैं जिनकी जांच चल रही है। जिसे देखते हुए जिले में फर्जी शिक्षकों का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
किसके रहमोकरम पर नौकरी करते रहे जालसाज
जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में एक के बाद एक हो रहे फर्जीवाड़े के खुलासे से विभागीय कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लग रहा है। नियुक्ति से लेकर काउंसिलिंग के दौरान हुए सत्यापन के बाद जालसाज नियुक्ति पाने में सफल रहे। पकड़े गए ज्यादातर फर्जी शिक्षकों ने वर्ष 2016 में शिक्षक की नौकरी हथियाई थी। कुछ ऐसे भी शिक्षक पकड़े गए जो वर्ष 2010 से जिले में शिक्षक की नौकरी कर रहे थे। सवाल यह है कि इतने लम्बे समय से यह जालसाज परिषदीय स्कूलों में किसके रहमो करम पर नौकरी करते रहे। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पकड़े गए फर्जी शिक्षकों में शिकायत के बाद कार्रवाई हुई।
बीएसए अजय कुमार ने बताया, बुधवार को बर्खास्त किए गए सभी आरोपित शिक्षकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। अब तक 72 फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई हो चुकी है। साथ ही अन्य शिक्षकों की भी जांच चल रही है। फर्जीवाड़ा कर नौकरी हथियाने वाले किसी भी जालसाज को बख्शा नहीं जाएगा। सभी पर कार्रवाई होगी।