उत्तर प्रदेश एसटीएफ लखनऊ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुजफ्फरनगर और बागपत में कई मामलों में वांछित कुख्यात अपराधी हरीश को गिरफ्तार कर लिया है. हरीश पर ₹2 लाख का इनामी पुरस्कार घोषित था और वह पिछले 12 वर्षों से फरार चल रहा था.

गिरफ्तारी 18 अगस्त 2025 को दोपहर 1 बजकर 25 मिनट पर मेरठ के भैसाली बस अड्डे के पास की गई. आरोपी की पहचान हरीश पुत्र बहनपाल, निवासी ग्राम मौराखुर्द, थाना भौराकला, जनपद मुजफ्फरनगर के रूप में हुई है.
12 साल से फरार चल रहा कुख्यात बदमाश गिरफ्तार

हरीश का आपराधिक इतिहास बेहद लंबा रहा है. वह 2004 से अपराध जगत में सक्रिय था और हत्या, रंगदारी, अपहरण तथा जानलेवा हमलों जैसी कई संगीन घटनाओं में शामिल रहा. उसके खिलाफ मुजफ्फरनगर, बागपत और अन्य जिलों में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं.
परिवार का इन्द्रपाल-रतन सिंह के परिवार से 1980 के दशक से खूनी विवाद चला आ रहा था, जिसमें दोनों पक्षों के कई सदस्य मारे गए. इस विवाद के चलते हरीश ने 2004 से 2012 तक कई हत्याएं और रंगदारी की वारदातें कीं. वह कई बार जेल गया लेकिन जमानत पर छूटने के बाद फिर अपराध करने लगा.
वर्ष 2012 में रंगदारी के एक मामले में फरार होने के बाद हरीश लगातार अपनी पहचान बदलकर अलग-अलग जगहों पर छिपता रहा. कभी बुलंदशहर तो कभी पंजाब में नाम बदलकर रह रहा था.
मुजफ्फरनगर, बागपत और अन्य जिलों में दर्जनों मुकदमे दर्ज
हरीश का भाई आदेश भी इनामी अपराधी था जिसकी 2019 में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई थी. फिलहाल गिरफ्तार हरीश को भौराकला थाने में दाखिल कर आगे की वैधानिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है.