महाराष्ट्र की राजनीति में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की एकता पर मुहर लग गई है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि निश्चित तौर पर उद्धव सेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मिलकर चुनाव लड़ेंगे। संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना और राज की मनसे मिलकर राज्य के स्थानीय निकाय चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यह एकता निश्चित तौर पर होगी और मिलकर स्थानीय चुनाव लड़ेंगे। ऐसा हुआ तो दशकों बाद ठाकरे परिवार में एकता होगी और वे राजनीतिक तौर पर भी एकजुट होकर लड़ेंगे।
चचेरे भाई उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे महीनों की अटकलों के बाद जुलाई में एक साथ आए थे। दोनों ने महाराष्ट्र सरकार की त्रिभाषा नीति और हिंदी भाषा ‘थोपने’ का विरोध करते हुए एक साझा रैली की थी। इसके अलावा निर्णय वापस लिए जाने के बाद संयुक्त ‘विजय’ कार्यक्रम भी आयोजित किया। इसी संबंध में मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने एक साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि दोनों परिवार एक साथ बैठेंगे और साथ चुनाव लड़ने पर चर्चा करेंगे। मुंबई निकाय चुनाव और अन्य नगर निकायों के चुनाव आगामी महीनों में होने वाले हैं।
राउत ने कहा कि चचेरे भाइयों के बीच सुलह के बाद से उद्धव की शिवसेना और मनसे के कार्यकर्ताओं को विश्वास है कि गठबंधन मुंबई, पुणे, नासिक, छत्रपति संभाजीनगर, ठाणे और कल्याण-डोंबिवली के नगर निकायों में बहुमत हासिल करेगा। राज ठाकरे 2005 में अपने चचेरे भाई के साथ कथित तौर पर मतभेद के चलते शिवसेना से अलग हो गए थे और मनसे का गठन किया था। तब से, चचेरे भाइयों के नेतृत्व वाली दोनों पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ती रही हैं।