यूपी के डीजीपी राजीव कृष्ण ने साफ कर दिया कि होटल-ढाबों पर कर्मचारियों की पहचान पूछने वाले संगठनों पर पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। डीजीपी मंगलवार को मेरठ में कांवड़ यात्रा को लेकर हो रही तैयारियों की समीक्षा करने पहुंचे थे। पिछले दिनों यशवीर महाराज के वालंटियर ने पहचान अभियान चलाया था। इस दौरान एक कर्मचारी की पैंट उतारकर चेकिंग का प्रयास भी किया गया था। इस पहचान अभियान पर बड़े स्तर पर विरोध शुरू हो गया था। विपक्षी पार्टियों ने इसे लेकर योगी सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया था।
मुख्य सचिव मनोज कुमार के साथ पहुंचे डीजीपी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और कांवड़ खंडित करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। पिछले साल चार करोड़ श्रद्धालुओं ने कांवड़ उठाई थी और इस बार यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था अधिक पुख्ता की जा रही है। यूपी में कांवड़ मार्गों पर हर एक किलोमीटर पर एक दरोगा और चार सिपाही को निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जाएगी।
मंगलवार को मेरठ के कमिश्नरी सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में यूपी सरकार के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी राजीव कृष्ण के साथ उत्तराखंड-यूपी, दिल्ली-हरियाणा और राजस्थान के अफसरों समेत आगरा, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर से भी पुलिस-प्रशासनिक अफसर मौजूद रहे। मीडिया से बातचीत में मुख्य सचिव ने कहा कि कांवड़ यात्रा आस्था और पवित्रता का पर्व है। ऐसे में सुरक्षा, शुद्धता, सफाई व्यवस्था पर सरकार का फोकस रहेगा।
सिंचाई विभाग के अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि गंगनहर में अतिरिक्त पानी नहीं आना चाहिए। पीडब्लूडी और एनएचएआई अधिकारियों ने बताया है कि करीब 700 किलोमीटर कांवड़ मार्ग चिह्नित कर वहां मरम्मत का काम शुरू कराया था, जिसमें से मात्र 25 किलोमीटर का काम बाकी है। इसे शीघ्र कराया जाएगा।
घटनाओं और हादसों की समीक्षा में पता चला कि आग लगने और करंट लगने की घटनाएं पूर्व में हुई थी। बिजली और फायर विभाग को चौकसी बढ़ाने को कहा गया है। मुख्य सचिव ने बताया कि चार प्रदेशों के समन्वय के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है, जहां कांवड़ संबंधित सूचनाएं लगातार अपडेट की जाएंगी।
एफएसएसएआई को होटलों पर सफाई और पहचान की जिम्मेदारी
डीजीपी राजीव कृष्ण और मुख्य सचिव ने कहा कि होटल और ढाबों पर खुद से कर्मचारियों की पहचान पूछने वालों पर पुलिस कार्रवाई करेगी। होटल-ढाबों पर मालिक की पहचान के लिए एफएसएसएआई को जिम्मेदारी दी गई है और उनके द्वारा हर संचालक को क्यूआर कोड उपलब्ध कराया जा रहा है। अब किसी को पहचान जाननी है तो इस क्यूआर कोड को स्कैन कर जान सकते हैं। होटल पर सफाई व्यवस्था भी यही विभाग देखेगा।
दोनों अधिकारियों ने कहा कि कांवड़ खंडित करने या धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वालों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। ध्वनि प्रदूषण को लेकर कोर्ट के आदेश हैं और इसका पालन कराया जाएगा। कांवड़ की ऊंचाई 10 फीट और चौड़ाई 12 फीट निर्धारित की गई है। रुड़की में कुछ डीजे कांवड़ को बड़ा बनाकर निकाला जाता है, इसलिए रुड़की में पुलिस को सख्ती के लिए कहा गया। कुछ लोग डीजे प्रतिस्पर्धा में चिह्नित हैं और उन पर कार्रवाई की जा रही है।